कुमार महोत्सव रहा सचिन और सत्यम के नाम भुवनेश्वर ओडिशा में हुई कथक नृत्य की प्रस्तुति.....

 


कबीरधाम :- जिले के होनहार कलाकारों की प्रस्तुति भुवनेश्वर में आयोजित कुमार महोत्सव 2022 में हुई कोरोन काल के लम्बे समय अंतराल के बाद कवर्धा शहर के एकलौते कत्थक नर्तक के रूप में जाने जानेवाले सचिन कुम्हरे के घुंघरू एक बार फिर से झनकने लगे सचिन कुम्हरे कबीरधाम जिले में स्थित नगरपालिका शारदा संगीत महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र रहे सचिन से प्रेरणा पाकर कवर्धा शहर के अन्य युवा लडको ने भी कत्थक नृत्य की ओर अपना रुझानबढ़ाया और नृत्य की शिक्षा प्रारंभ किया उनमें से एक नाम सत्यम मानिकपुरी का भी है
सत्यम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सचिन से ही लिया और आज सचिन कुम्हरे के साथ कई राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में हिस्सा भी ले रहा है वर्तमान में भूवनेश्वर में आयोजित कुमार महोत्सव में दोनो की प्रस्तुति बहुत ही मनमोहक एवं मंत्रमुक्त कर देने वाली रही कार्यक्रम का सुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा भगवान श्री जगन्नाथ के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया तत्पश्चात प्रथम प्रस्तुति सत्यम मानिकपुरी द्वारा कत्थक नृत्य से किया गया विष्णु वंदना शांताकरम से महोत्सव का आगाज हुआ जिसे कोरियोग्राफ भी सचिन कुम्हरे ने किया विष्णु वंदना के बाद ताल त्रिताल में पारंपरिक शुद्ध कथक नृत्य की प्रस्तुति हुई सचिन कुम्हरे ने ताल धमार में समा बांधा धातिट धातिट उठान में ही सारा ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा इसके पश्चात परंपरा अनुसार विलंबित थाट, उपज, आमद आदि की प्रस्तुति हुई गणेश परण ने दर्शकों को खूब आकर्षित किया तिहाहियों, ततकार में पैर के चटकारे और लड़ी में घुंघरुओं की ध्वनि से ओड़िशी रिसर्च सेंटर का प्रेक्षागृह पूरा कथकमय हो उठा अतिथि के रूप मे उपस्थित

ओड़िशी गुरु डॉक्टर . मनोज कुमार बेहरा ने सचिन के फुटवर्क और चक्करों की काफी सराहना किया अंतिम मे जय जगदीश हरे भजन ने पूरा वातावरण भक्तिमय कर दिया प्रस्तुति के उपरांत इन होनहार कलाकारों को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र,अंगवस्त्र , तुलसी का पौधा देकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया मुख्य अतिथि के रूप मे ओड़िशी गुरु डॉक्टर मनोज कुमार बेहरा, और गुरु गजेंद्र पांडा पूरे कार्यक्रम मे उपस्थित रहे महोत्सव की संग्रक्षिका और निर्झारा कल्चर अकादमी की संचालक  भाग्यश्री दास जी ने सभी कलाकारों का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया कवर्धा शहर के लिए यह अति गौरव का विषय है कि महाविद्यालय परिसर के चार दिवारी के बीच गूंज रहे घुंघरुओं की थिरकन अब सचिन कुम्हरे के कथक नृत्य के मध्यम से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गूंज रहा है सचिन कुम्हरे ने हर बार राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर अपने कत्थक नृत्य की सफल प्रस्तुति देकर अपने महाविद्यालय के साथ साथ कवर्धा शहर कबीरधाम जिला और पूरे छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है अपने इस पूरी सफलता का श्रेय सचिन अपने माता पिता अपने गुरु और अपने महाविद्यालय परिवार को देते हैं

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